हर खूबसूरत चीज खतरनाक होती है
हर खूबसूरत चीज खतरनाक होती है ।
यही तो खूबसूरती की पहचान होती है”
गुलाब से करते हैं सब प्यार, तो फिर कांटो से क्यों है दूर क्यों भागते यदि काटे ना होते तो गुलाब कहां से होते
सुबह है सबको प्यारी, तो काली रात से क्यों हो डरते ,यदि रात ना जाती है तो सुबह कैसे आती
आसमान के तारे सबको हैं भाते तो फिर ऊंचाई से क्यों हो घबराते, यदि ऊंचाई ना होती । तो तारों को कैसे देख पाते
मीठा है सबको भाता तो फिर कड़वे से क्यों हो मुंह बनाते यदि मीठा ही मीठा खाते तो मरीज शुगर के हो जाते
यदि प्यार करते हो अपनों से तो क्यों नहीं अपनों को समझ पाते यदि समझ पाते हो अपनों को , तो फिर क्यों हो दूरियां हो बढ़ाते
अच्छाइयां है तुम्हें प्यारी , तो बुराइयों को क्यों नहीं समझ पाते यदि इंसानों में बुराइयां ना हो तो तो इंसान भगवान ही ना बन जाते
माना जीवन एक संघर्ष है लेकिन परीक्षाओं से क्यों हो घबराते , यदि बिखरते नहीं तो जीवन में निखर कैसे पाते।
दीपाली कालरा