हर एक पल
हर पल में एक रवानी है,
सिसकती कहाँ जवानी है!
जीवन तो बहते नीर सा-
रुक गया तो गन्दला होना है!
संकटों से अगर घबरा गया,
तो गुमनामी में खोना है!
मत डरो कि अब क्या होना है!
पथिक सम कर्मपथ पर चल,
कंटक से अब डर जाना क्या!
जब चल ही पड़े हो राहों पर,
फिर क्या खोना और पाना क्या!
नीयत और सीरत उत्तम हो,
हाथों में श्रम का जोश लिए!
एकाग्र हो दृष्टि अर्जुन सी,
परिणाम विजय ही आना है!
जीवन बस चलते जाना है,
मेहनत का ग़ज़ब तराना है!
हर पल में एक रवानी है,
सिसकती कहाँ जवानी है!!
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