हर इंसान होशियार और समझदार है
हर इंसान होशियार और समझदार है
क्योंकि सबके जीवन का कॉन्टेक्ट अलग अलग है
आप एक ही मैट्रिक्स और एक ही value सिस्टम से सबके जीवन और उनकी बुद्धिमानी जो जज नही कर सकते है।
जरूरी नही किसी को देश का pm नही पता
किसी को देश में क्या चल रहा है वो नही पता पर इसका मतलब ये नही वो बुद्धिमान नही है, उनकी बुद्धिमानी का अलग कॉन्टेक्स्ट हो रिश्ते जिंदगी पैसे और बाकी सब से जुड़ा होए
सिर्फ ज्ञान बुद्धिमान होने का context नही है
बुद्धिमान सब है अपने अपने context में
आपने अपने जीवन के मैट्रिक्स में और वैल्यू system से
इंसान हर दिन जिंदगी जी रहा है कुछ तो बुद्धिमानी होगी तभी तो सरवाइव कर रहा है।
सब बुद्धिमान है कोई सुनने बात करने और उनके लाइफ के context को समझने वाला हो तो
यह तो सब अपने मैट्रिक्स से जुड़ कर देते है तो कैसे पता चलेगा इंसान की बुद्धिमानी का