हर आलिंगन में छिपी,रिश्तों की पहचान.
पति -पत्नी माता बहन ,पिता भ्रात संतान ।
हर आलिंगन में छुपी, रिश्तों की पहचान ।।
गले मिला सबसे मगर, भरा न मन का जाम !
वसुधा आलिंगन किया, तब आया आराम !!
आलिंगन जग का किया, भरा नहीं पर जाम !
मातृभूमि की गोद में,….. थक पाया विश्राम !!
रमेश शर्मा.