हरियाणा सरजमी
******* हरियाणा सरजमी *******
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हरियाणा सरजमीं दिल से सलाम है,
विश्व पटल पर सदा चमकता नाम है।
पंजाब जन्मभूमि जननी से जन्मा था,
1 नवंबर 1966- पूर्ण राज्य बना था,
हिन्द धरा में हासिल किया मुकाम है।
विश्व…………………………………
वीर रणबांकुरों की धरती महान हैं,
शमशीर-शूरताई से परिचित जहान हैं,
शहीदों की शहादत का नहीं दाम है।
विश्व………………………………….
धोती,कुर्ता, मंडासा मर्दों का पहरावा,
दामण, कुर्ती, जंफर नारी का पहरावा,
रहना ,खाना,बाणा न करना आराम है।
विश्व………………………………….
धमाल,मंजीरा,तीज,खेड़ा और रतवाई,
छठी,गोगा,फाग, रसिया,रास,रुसवाई,
नाच-गाने-राग-रागिनियाँ रंगीन शाम है।
विश्व…………………………………..
महाभारत की धरती कुरुक्षेत्र भी यहाँ,
भगवत गीता का उपदेश मिला जहाँ,
मनसीरत हरियाणे में मनोरम धाम है।
विश्व………………………………….
हरियाणा सरजमीं दिल से सलाम है,
विश्व पटल पर सदा चमकता नाम है।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)