हरियाणा को जाने
हरियाणा को जाने (चौपाई)
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1
बहुत प्यारा राज्य हरियाणा।
कला साहित्य भरा खजाना।।
संस्कृति यहाँ की हरी – भरी।
सितारों से खूब धरा भरी।।
2
खेलों में रहा नहीं फ़िसड्डी।
खेल खेलते जवान कबड्डी।।
खिलाड़ी खूब पसीना बहाते।
विश्व पटल पर नाम कमाते।।
3
विश्व कप क्रिकेट में विजेता।
कपिल देव सा कहीं न देखा।।
कुश्ती – कबड्डी – मुक्केबाजी।
रही नहीं कहीं कसर बाकी।।
4
गीत गाते गायक सुरीले।
नाच नाचते नृतक रंगीले।।
रंग – बिरंगे प्रेम तराने।
आते याद प्यार अफ़साने।।
5
चौड़ी छाती छैल छबीले।
कसरत करते खूब हठीले।।
हौसलों में बिल्कुल न ढ़ीले।
संस्कारों से भरे क़बीले।।
6
सरहद पर बन फौजी जाते।
सैनिक हैं परचम लहराते।।
गाथा शौर्य की सदा गाते।
दुश्मनों को जड़ से मिटाते।।
7
परमवीर चक्र पदक धारी।
होशियार सिँह शत्रु पर भारी।।
सोनीपत जिले के निवासी।
नहीं चली दुश्मन बदमाशी।।
8
दूध दही का है खाते खाना।
प्रेम प्यार का गाते गाना।।
आपस मे है भाईचारा।
हरियाणा है सबसे न्यारा।।
9
बहती यहाँ साहित्य धारा।
साहित्यिक रंग मंच न्यारा।।
कलाकर्मी का लगता तांता।
कलाकारिता का पर लगता।।
10
लख्मीचंद के सांग निराले।
रग रग में बसे राग प्याले।।
कह गया सारी सच्ची बातें।
जाग बितायी काली रातें।।
11
ऊँची टेक रागनी गाते।
किस्से कहानी हैं बतियाते।।
सांस्कृतिक लगते हैं मेले।
सुख दुख भी हैं मिलकर झेले।।
12
संतों की है पावन धरती।
दुख तकलीफें सारी हरती।।
परमसन्तों का फिरता टोला।
आल्हा रक्खा सबका मौला।।
13
रणबीर , यशपाल ,ओमपुरी।
चमके खूब दूर कर मजबूरी।।
सिने जगत चमकते सितारे ।
लगते सभी को बहुत प्यारे।।
14
उच्चश्रेणी के हैं अभिनेता।
चाहते जिनको दिल से श्रोता।।
अन्नू मलिक संगीत बजाया।
मीठा सा सुरतान सुनाया।।
15
सतीश कौशिक ने दी फिल्में।
जगह बनाई सब के दिल में।।
सुनील दत्त बहुमूल्य हीरे।
जन्मे यमुना नदी के तीरे।।
16
राजनीति में. हैं दक्ष नेता।
राजनीतिक विद्या के ज्ञाता।।
बंसी लाल कुशल महारथी।
हरियाणा राज्य के सारथी।।
17
भजन लाल प्रवीण सियासती।
मुख्यमंत्री का पद पावती।।
देवीलाल किसान मसीहा।
हलधर हित में खोली जिव्हा।।
18
सोनू निगम गायक सुरीले।
सुर लय में कभी नहीं ढ़ीले।।
सुषमा स्वराज निपुण नेत्री।
जूही हिन्दी फ़िल्म अभिनेत्री।।
19
बी. डी. शर्मा थे मुख्यमंत्री।
महेन्द्र फिजी प्रधानमंत्री।।
छोटू राम थे क्रांतिकारी।
गरीब किसान सदा आभारी।।
20
मनसीरत रहता गुण गाता।
जन की रहे गाथा सुनाता।।
जब तक होगी दुनियादारी।।
गुण गाएगी जनता सारी।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैथल)