हरियाणवी गीत “बेरा नी !”
चाहया करै था छौरा वो मैनै !
कर बैठया प्रपोज वो मैनै !!
मैं बोली यू होणा नी, वो बैरी न्यू बोल्या यो होवैगा ।
मैं बोली मैं मानूँ कोन्या, वो न्यू बोल्या मैं मना ल्यूंगा ।।
बेरा नी कोण सा उसनै, जादू करया मेरे मन पै ।
ना चाहूँ थी फेर भी, वो बैरी छा गया मेरे दिल पै ।।
जिस बात तै डरया करूँ थी, वाए मेरी तकदीर बणी ।
भूल कै सारी दुनिया नै, क्यूकर मैं उसकी हीर बणी ।।
बैरी खा की सौं न्यू बोल्या, तैनै जी जान तै चाहूँगा ।
ना दयूंगा तैनै धोखा, सारी उम्र मैं साथ निभाऊंगा ।।
कट्ठा कर कै हौंसला, कद वो बैरी घरक्यां तै बतावैगा ।
कहवै मेरी जान मैं बस तेरा सूं ,तैने ब्याह की लेज्याऊंगा ।।
म्हारे ब्याह की बात वो बैरी, बेरा नी कद सी चलावैगा ।
कद वो भेजैगा बिचोला, कद मैनै ब्याह की लेज्यावैगा ।।
कहवै मना ल्यूंगा घरके सारे, वादा जो करया निभाऊंगा ।
के बेरा वो बैरी प्यार निभावैगा, के बेरा वो मैनै रुलावैगा ।।