हरितालिका तीज व्रत
पावन व्रत हरितालिका, निर्जल हो उपवास।
नारी का इसमें जुड़ा, श्रद्धा अरु विश्वास ।
श्रद्धा अरु विश्वास,भक्ति का भाव जगाता।
कर सोलह श्रृंगार,पूजती गौरी माता।
कन्या रख उपवास,माॅंगती वर मनभावन।
पति की लम्बी आयु,चाहती व्रत रख पावन।।
**माया शर्मा, पंचदेवरी, गोपालगंज (बिहार)**