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2 Sep 2024 · 1 min read

हररोज लिखना चाहती हूँ ,

हररोज लिखना चाहती हूँ ,
कलम लेती हूँ हाथ में ,
और याद आता है बिता वक्त,
फिर आसुओसें ही लिखती हूँ आँखो में …

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