हम है बच्चे भोले-भाले
हम है बच्चे भोले-भाले
रहते है हरदम मतवाले
रोज करते सैर सपाटे
पापा हमको साथ घुमाते
मम्मी हमको सुबह जगाती
सूरज के जगने से पहले।
हम है सबके मन के प्यारे
रहते है बनकर आंखों के तारे
स्नेह सभी का, आदर पाते
खुशियों से तब मन भर आते
जब दूर कही से खेल के आते
मम्मी दौड़ हमें बाहों में भरले।।
राकेश चौरसिया