भारत अपना अभिमान
हम हैं भारत के वासी ये अभिमान है
रब के हाथों मिला एक वरदान है
हम बसेंगे विदेशों में जाकर नहीं
हम दिखा देंगे भारत भी लाकर वहीं
दिखता पैसा चमक है वहाँ पर अधिक
है कमाई यहाँ कम मगर मान है
हम हैं भारत के वासी ये अभिमान है
जान से प्यारा जिनको है अपना वतन
ऐसे वीरों शहीदों को शत शत नमन
सोचिये देश से प्रेम कितना इन्हें
जान देना यूँ होता न आसान है
हम हैं भारत के वासी ये अभिमान है
आज रोती है ये देख माँ भारती
व्याभिचारी की होती है अब आरती
राज अब स्वार्थ नफरत का चलने लगा
खो रहा उसके बच्चों का ईमान है
हम हैं भारत के वासी ये अभिमान है
लड़ते हो क्यों यहां धर्म के नाम पर
डाल भी लो नज़र इसके अंजाम पर
चाहें की है दुआ ‘अर्चना ‘या प्रेयर
नाम हैं ये अलग एक भगवान है
हम हैं भारत के वासी ये अभिमान है
18-07-2018
डॉ अर्चना गुप्ता