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24 Jul 2021 · 1 min read

हम हैं बरबादे-जहाँ

होंगे आबाद कहाँ
हम हैं बरबादे-जहाँ

कुछ भी तो नहीं बदला
हम थे जहाँ, हम हैं वहाँ

धोका है प्रेम कथा
तुम हो कहाँ, हम हैं यहाँ

थी लबों पे न हमेशा
‘हाँ’ तूने कहा था कहाँ

इश्क़ में गुम तन्हा हम
बरसों से जहाँ के तहाँ
•••

2 Likes · 1 Comment · 190 Views
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