हम साधारण लोगों का जीवन …
अपनी लीक से हटकर जो व्यक्ति ,
कार्य कोई महान कर सकते है ।
वोह व्यक्ति वास्तव में बड़े ही ,
विरले और सौभाग्य शाली होते है।
मगर हम जैसे दुर्भाग्य शाली ,
लकीर के फकीर बने रहने पर मजबूर हैं।
और अपनी घर गृहस्थी में ही ,
उलझकर जीवन सारा गुजार देते है।
उन सौभाग्य शालियों के पास ,
शारीरिक बल और आत्मशक्ति ,
आत्मविश्वास अतिरिक्त होता होगा ।
हम में इतनी विशेषताएं कहां !
हमारा जीवन तो दो चीजों से ,
लड़कर अपनी ऊर्जा खो देता है ।
एक दुर्भाग्य और दूसरा अपने हालात ।
ईश्वर से शिकायत करनी भी छोड़ दी अब तो ,
मालूम है कुछ लाभ नहीं , वो भी कहां सुनता है।
हम साधारण लोगों का जीवन तो ऐसा ही होता है।