“ हम सफर “
“ हम सफर “
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
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तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
जमाना कुछ भी कहे ,
हमको उनसे क्या लेना !
किसी को कुछ भी लगे ,
उनसे हमको क्या करना !!
जमाना कुछ भी कहे ,
हमको उनसे क्या लेना !
किसी को कुछ भी लगे ,
उनसे हमको क्या करना !!
मिला जो साथ तेरा तो राह में आराम मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
कहीं जो लड़खड़ाए राहों में ,
तो हमको सहारा दे देना !
अपने आँचल को हिला के ,
हमें हवा का झोंका देना !!
कहीं जो लड़खड़ाए राहों में ,
तो हमको सहारा दे देना !
अपने आँचल को हिला के ,
हमें हवा का झोंका देना !!
तुम्हारे साथ से मेरे प्यार का नया अंदाज मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ही सब कुछ मुझे सौगात मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
तुम्हारा साथ है तो हमें और ,
कुछ की कभी चाहत ही नहीं !
रहेंगे साथ मिलकर ही सदा ,
इसके सिवा कोई राहत ही नहीं !!
तुम्हारा साथ है तो हमें और ,
कुछ की कभी चाहत ही नहीं !
रहेंगे साथ मिलकर ही सदा ,
इसके सिवा कोई राहत ही नहीं !!
मिलन से ही जिंदगी में प्यार का फूल खिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे साथ से मेरे प्यार का नया अंदाज मिला !
मिले हो हम सफ़र तो मंजिलें भी आसान हुआ !!
तुम्हारे प्यार से ……………….!!!
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डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका ,झारखंड
भारत