Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jul 2022 · 1 min read

हम वफ़ा डेंगे

****** हम वफ़ा डेंगे ******
***********************

दे दो हमे दगा हम वफ़ा देंगे,
कर दो हमे नशा हम दवा देंगे।

परवाह क्यों करूँ मैं जमाने की
कह दो हमे बुरा हम भला देंगे।

हमको कई दफा मार के छोड़ा,
कर दो हमे फ़ना हम जवा डेंगे।

फितरत रही सदा ही हमारी ये,
गर दो हमे सज़ा हम मजा डेंगे।

नियत नही बुरी यार मनसीरत।
कोई नही गिला हम दुआ डेंगे।
************************
सुखविंदर सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
88 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
3539.💐 *पूर्णिका* 💐
3539.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
पतझड़ के मौसम हो तो पेड़ों को संभलना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
सोचा था सन्तान ही,
सोचा था सन्तान ही,
sushil sarna
The Magical Darkness
The Magical Darkness
Manisha Manjari
"आग से बचा लो"
Dr. Kishan tandon kranti
1222   1222   1222   1222
1222 1222 1222 1222
Johnny Ahmed 'क़ैस'
फूल
फूल
Neeraj Agarwal
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती ह
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती ह
Rj Anand Prajapati
रिश्तों में...
रिश्तों में...
Shubham Pandey (S P)
नारी कहने को देवी है, मगर सम्मान कहाँ है,
नारी कहने को देवी है, मगर सम्मान कहाँ है,
पूर्वार्थ
जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष
जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*रथ (बाल कविता)*
*रथ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
.........???
.........???
शेखर सिंह
G
G
*प्रणय प्रभात*
किसी दर्दमंद के घाव पर
किसी दर्दमंद के घाव पर
Satish Srijan
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
ऐ गंगा माँ तुम में खोने का मन करता है…
Anand Kumar
अंगड़ाई
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा
बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
आकाश महेशपुरी
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
हे कलम तुम कवि के मन का विचार लिखो।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
भूल जा वह जो कल किया
भूल जा वह जो कल किया
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
मैं विवेक शून्य हूँ
मैं विवेक शून्य हूँ
संजय कुमार संजू
बेवकूफ
बेवकूफ
Tarkeshwari 'sudhi'
जिद बापू की
जिद बापू की
Ghanshyam Poddar
Loading...