हम लोगों को गंगा में प्रदूषण करने से कैसे रोके
हम लोगों को गंगा में प्रदूषण करने से कैसे रोके
गंगा की निर्मल धारा में, अशुद्धि नहीं मिलानी है
पावन गंगा मैया हमको ,स्वच्छ बनानी है ।
इस धारा से चलती सांसे ,इससे ही दाना-पानी है
सबको मिलता है जीवन ,पौधों को मिलता पानी है ।।
घर की हवन सामग्री की ,इसमें ना राख मिलानी है
नारियल और जूट डालकर,रोकना ना इसका पानी है।
कूड़े के भण्डारण की, हमको व्यवस्था बनानी है
दूषित रसायन से हमको, गंगा आज बचानी है ।।
पॉलिथीन मुक्त हो गंगा ,कपड़े की थैली बनानी है ,
स्वच्छ गंगा मिशन योजना ,परवान हमें चढ़ानी है ।
गंदा पानी रोग बढ़ाएँ ,बूढ़ी हुई जवानी है
कचरा गंगा में ना फेंकें ,कसम हमें यह खानी है ।।
बंद आँखें करके बैठा ,उसकी भी नींद जगानी है ,
जहरीली है गंदगी ये, यह ,गंगा में नही मिलवानी है ।
घूसखोर उस अधिकारी की ,चलनी ना ये मनमानी है ,
उचित व्यवस्था करें नहीं ,तो उसको सजा दिलानी है
गंगा देती धन-धान्य, सबको ये बात सिखानी है,
पानी गंदा करके इसका ,अपनी ही जान गवानी है
नदियों के महत्व को समझो ,कोई न आना-कानी है
मिलकर करो गंगा को साफ, जन-जन को बात समझानी है ।