Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2021 · 1 min read

हम लड़के ऐसे होते हैं।

छोटे थे तो छोटी बहनों की,
गलती हम अपने पर ले लेते थे।
डॉट मुझे पड़ती रहती थी,
फिर भी आंखों से खुशी झलकाते हैं।।
क्या करें हम लड़के ऐसे होते हैं।

जाने लगे जब स्कूल तो,
उनकी गलतियों पर भी माफी दे देते थे।
अधूरा काम कर छोटों का,
मन प्रसन्न न कर, सुकून पा लेते हैं।।
क्या करें हम लड़के ऐसे होते हैं।

हुए युवा तो अपने दर्द,
हम छुपाने में लग जाते हैं।
दिखा मुस्कान चेहरे पर,
छुप कर अकेले में रो लेते हैं।।
क्या करे हम लड़के ऐसे होते हैं।

दूख सुख को दिल मे रख,
बोझ जीवन का ढोते रहते हैं।
समय कैसा भी हो,
अपनी जिम्मेदारियां निभाते रहते हैं।।
क्या करें हम लड़के ऐसे होते हैं।

आया बुढ़ापा तो तरसने लगे,
प्यार मुलाकात अपनेपन के लिए।
ऐसा क्या कर दिया तुमने हमारे लिए,
यह कहकर अब सब जताने लगते हैं।।
क्या करें हम लड़के ऐसे होते हैं।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 351 Views

You may also like these posts

अनामिका
अनामिका
Rambali Mishra
मर्यादा
मर्यादा
लक्ष्मी सिंह
भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख कारण यह भी है की यह पर पूरी
भारत में बेरोजगारी का एक प्रमुख कारण यह भी है की यह पर पूरी
Rj Anand Prajapati
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं एक दोस्त हूं।
मैं एक दोस्त हूं।
Sonit Parjapati
तुम्हारा नाम
तुम्हारा नाम
अंकित आजाद गुप्ता
लम्हे पुराने
लम्हे पुराने
मनोज कर्ण
इसमें हमारा जाता भी क्या है
इसमें हमारा जाता भी क्या है
gurudeenverma198
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
पूर्वार्थ
* नहीं पिघलते *
* नहीं पिघलते *
surenderpal vaidya
"मुझे बतानी है तुम्हें,
*प्रणय*
3044.*पूर्णिका*
3044.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फिर से सताओ मुझको पहले की तरह,
फिर से सताओ मुझको पहले की तरह,
Jyoti Roshni
पीठ के नीचे. . . .
पीठ के नीचे. . . .
sushil sarna
Miss you Abbu,,,,,,
Miss you Abbu,,,,,,
Neelofar Khan
कर बैठा गठजोड़
कर बैठा गठजोड़
RAMESH SHARMA
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
डॉ. दीपक बवेजा
खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)
खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
"भुला ना सकेंगे"
Dr. Kishan tandon kranti
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
Shweta Soni
International Hindi Day
International Hindi Day
Tushar Jagawat
धरा प्रकृति माता का रूप
धरा प्रकृति माता का रूप
Buddha Prakash
ग्रहों की चाल
ग्रहों की चाल
प्रदीप कुमार गुप्ता
दुःख
दुःख
Ruchi Sharma
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
वात्सल्य भाव
वात्सल्य भाव
राकेश पाठक कठारा
तुम मुझमें अंगार भरो
तुम मुझमें अंगार भरो
Kirtika Namdev
न जाने  कितनी उम्मीदें  मर गईं  मेरे अन्दर
न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर
इशरत हिदायत ख़ान
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
किसी भी चीज़ की आशा में गँवा मत आज को देना
आर.एस. 'प्रीतम'
मिल नहीं सकते
मिल नहीं सकते
Dr fauzia Naseem shad
Loading...