Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

हम भारत के बच्चे है

हम हैं सीधे साधरण से,
नन्हे से हम बच्चे है।
जननी हमारी भारत माता,
हम भारत के बच्चे है।।1।।

ज्ञान हमें धरती से आया,
मान है पाया अम्बर से।
शान है पायी सच्चाई से,
नहीं किसी आडम्बर से।।2।।

भारत माँ के लाल है हम,
भारत की लाज बचाएंगे।
अगर पड़े मौका तो हम,
सीमा पर भी लड़ जाएंगे।।3।।

जान हमें न प्यारी अपनी,
बस भारत माँ का मान रहे।
अंतिम क्षण तक लड़ेंगे हम,
चाहे न तन में प्राण रहे।।4।।

भारत माँ मुझे शक्ति दो,
दुश्मन से लड़ने जाना ही।
मातृभूमि की रक्षा करने,
अब हमको आगे आना है।।5।।

स्वरचित
तरुण सिंह पवार

Language: Hindi
57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3315.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3315.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"सावित्री बाई फुले"
Dr. Kishan tandon kranti
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
भारतवर्ष स्वराष्ट्र पूर्ण भूमंडल का उजियारा है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चाँद और इन्सान
चाँद और इन्सान
Kanchan Khanna
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
#चाह_वैभव_लिए_नित्य_चलता_रहा_रोष_बढ़ता_गया_और_मैं_ना_रहा।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
*आए सदियों बाद हैं, रामलला निज धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जन्म दिन
जन्म दिन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
उस पद की चाहत ही क्या,
उस पद की चाहत ही क्या,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#महसूस_करें...
#महसूस_करें...
*Author प्रणय प्रभात*
रक्त को उबाल दो
रक्त को उबाल दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
होली
होली
Neelam Sharma
तू रुक ना पायेगा ।
तू रुक ना पायेगा ।
Buddha Prakash
जय श्री राम
जय श्री राम
Neha
हमे अब कहा फिक्र जमाने की है
हमे अब कहा फिक्र जमाने की है
पूर्वार्थ
वहाॅं कभी मत जाईये
वहाॅं कभी मत जाईये
Paras Nath Jha
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
सावन म वैशाख समा गे
सावन म वैशाख समा गे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मां कालरात्रि
मां कालरात्रि
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
जब वक्त ने साथ छोड़ दिया...
Ashish shukla
विपक्ष से सवाल
विपक्ष से सवाल
Shekhar Chandra Mitra
जब तक नहीं है पास,
जब तक नहीं है पास,
Satish Srijan
आँखों का कोना एक बूँद से ढँका देखा  है मैंने
आँखों का कोना एक बूँद से ढँका देखा है मैंने
शिव प्रताप लोधी
चली जाऊं जब मैं इस जहां से.....
चली जाऊं जब मैं इस जहां से.....
Santosh Soni
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
ए मेरे चांद ! घर जल्दी से आ जाना
Ram Krishan Rastogi
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
स्वामी विवेकानंद ( कुंडलिया छंद)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भारत
भारत
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
छेड़ कोई तान कोई सुर सजाले
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Loading...