हम बिहार छी।
हम बिहार छी।
-आचार्य रामानंद मंडल।
हम बिहार छी।
बुद्ध के मठ छी।
हम बौद्धविहार छी।
हम मगध छी।
मगध साम्राज्य छी।
सम्राट अशोक के साम्राज्य छी।
नालंदा के ज्ञान छी।
विक्रमशिला के शान छी।
चाणक्य के बखान छी।
वैशाली गणराज्य छी।
प्रजातंत्र के जन्मस्थान छी।
हमही बज्जि महाजनपद छी।
सीता के जन्मभूमि छी।
राम के ससुरार छी।
मिथिलांचल कहाबय छी।
कालिदास के डीह छी।
विद्यापति के गीत छी।
मांगैन के राग छी।
रामफल के आन छी।
रेणु के बान छी।
दिनकर के शान छी।
राजेन्द्र के मान छी।
जेपी के मूल्य छी।
कर्पूरी के सुगंध छी।
मैथिली मगही भोजपुरी
रामा हमर भासा छी।
हं हम बिहार छी।
स्वरचित @ सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
रचनाकार -आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सह साहित्यकार सीतामढ़ी।