Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2024 · 1 min read

हम बंधन में रहकर भी मुक्ति का आनंद उठा सकते हैं, बस हमें परि

हम बंधन में रहकर भी मुक्ति का आनंद उठा सकते हैं, बस हमें परिणाम को स्वीकार करना होगा। लेकिन हम रूपांतरण से भागते हैं।
~ रविकेश झा

37 Views

You may also like these posts

#हास्यप्रद_जिज्ञासा
#हास्यप्रद_जिज्ञासा
*प्रणय*
विश्व आदिवासी दिवस
विश्व आदिवासी दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
Rj Anand Prajapati
रूप यौवन
रूप यौवन
surenderpal vaidya
#कुत्ते
#कुत्ते
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
तू अब खुद से प्यार कर
तू अब खुद से प्यार कर
gurudeenverma198
कविता के मीत प्रवासी- से
कविता के मीत प्रवासी- से
प्रो०लक्ष्मीकांत शर्मा
यमराज का एकांतवास
यमराज का एकांतवास
Sudhir srivastava
2588.पूर्णिका
2588.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
Phool gufran
Keep On Trying!
Keep On Trying!
R. H. SRIDEVI
बुलाकर तो देखो
बुलाकर तो देखो
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
My luck is like sand
My luck is like sand
VINOD CHAUHAN
तेरी शरण में आया हूं
तेरी शरण में आया हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जो आज शुरुआत में तुम्हारा साथ नहीं दे रहे हैं वो कल तुम्हारा
जो आज शुरुआत में तुम्हारा साथ नहीं दे रहे हैं वो कल तुम्हारा
Dr. Man Mohan Krishna
भक्ति- निधि
भक्ति- निधि
Dr. Upasana Pandey
हिम्मत एवं साहस
हिम्मत एवं साहस
Raju Gajbhiye
गुजरा जमाना
गुजरा जमाना
Dr.Archannaa Mishraa
गीत- कृष्णा की पुकार सुनो...
गीत- कृष्णा की पुकार सुनो...
आर.एस. 'प्रीतम'
*पर्यावरण दिवस * *
*पर्यावरण दिवस * *
Dr Mukesh 'Aseemit'
~~तीन~~
~~तीन~~
Dr. Vaishali Verma
बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया!
बता दिया करो मुझसे मेरी गलतिया!
शेखर सिंह
शिक्षण और प्रशिक्षण (लघुकथा)
शिक्षण और प्रशिक्षण (लघुकथा)
Indu Singh
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर
RAMESH SHARMA
6) जाने क्यों
6) जाने क्यों
पूनम झा 'प्रथमा'
बरसात
बरसात
Swami Ganganiya
प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है,
प्रेम रंग में रंगी बांसुरी भी सातों राग सुनाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कठपुतली
कठपुतली
Sarla Mehta
मै और हालात
मै और हालात
पूर्वार्थ
Loading...