Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jun 2023 · 1 min read

हम “फलाने” को

हम “फलाने” को
मानने वाले लोग हैं,
“ढिमके” को मानने वाले हैं।
यह भी कोई दलील है..?
कोई ज़रूरी है कि सब
आपके मानने के अनुसार मानें?

■प्रणय प्रभात■

1 Like · 491 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जख्म भी अब मुस्कुराने लगे हैं
जख्म भी अब मुस्कुराने लगे हैं
डॉ. एकान्त नेगी
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
पूर्वार्थ
" फर्क "
Dr. Kishan tandon kranti
हाइकु: सत्य छिपता नहीं!
हाइकु: सत्य छिपता नहीं!
Prabhudayal Raniwal
चलना सिखाया आपने
चलना सिखाया आपने
लक्ष्मी सिंह
बहता जल कल कल कल...!
बहता जल कल कल कल...!
पंकज परिंदा
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
पगडंडियां
पगडंडियां
Meenakshi Bhatnagar
पुरुषार्थ
पुरुषार्थ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कह दिया आपने साथ रहना हमें।
कह दिया आपने साथ रहना हमें।
surenderpal vaidya
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
Ravi Prakash
2563.पूर्णिका
2563.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वंदे भारत सेठ रामदास जी
वंदे भारत सेठ रामदास जी
Rituraj shivem verma
🙅सीधी-बात🙅
🙅सीधी-बात🙅
*प्रणय*
vah kaun hai?
vah kaun hai?
ASHISH KUMAR SINGH
हास्य घनाक्षरी ( करवा चौथ)
हास्य घनाक्षरी ( करवा चौथ)
Suryakant Dwivedi
मेरे जीवन में जो कमी है
मेरे जीवन में जो कमी है
Sonam Puneet Dubey
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
Shweta Soni
इंसानियत का आग़ाज़
इंसानियत का आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
मेरा भाग्य और कुदरत के रंग..... मिलन की चाह
Neeraj Agarwal
हिन्दी दोहा बिषय-ठसक
हिन्दी दोहा बिषय-ठसक
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Zindagi
Zindagi
Naushaba Suriya
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
Harminder Kaur
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
Rj Anand Prajapati
कुछ बाते वही होती...
कुछ बाते वही होती...
Manisha Wandhare
बुरा तो वही , जिसकी नियत बुरी है...
बुरा तो वही , जिसकी नियत बुरी है...
TAMANNA BILASPURI
मेरी ही नकल
मेरी ही नकल
Nitu Sah
सामाजिक न्याय
सामाजिक न्याय
Shekhar Chandra Mitra
Loading...