हम “फलाने” को
हम “फलाने” को
मानने वाले लोग हैं,
“ढिमके” को मानने वाले हैं।
यह भी कोई दलील है..?
कोई ज़रूरी है कि सब
आपके मानने के अनुसार मानें?
■प्रणय प्रभात■
हम “फलाने” को
मानने वाले लोग हैं,
“ढिमके” को मानने वाले हैं।
यह भी कोई दलील है..?
कोई ज़रूरी है कि सब
आपके मानने के अनुसार मानें?
■प्रणय प्रभात■