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24 Mar 2022 · 1 min read

हम प्यार से कहते हैं शिकायत नहीं करते

हम प्यार से कहते हैं शिकायत नहीं करते।
हम रिश्ते निभाते हैं तिजा़रत नहीं करते।
❤️
आंखों में तो देखा है उनके प्यार कई बार।
जब मिलते हैं इज़हार ए मोहब्बत नहीं करते।
❤️
तू ही मेरी इज्ज़त है तू ही मेरी दौलत।
तेरे सिवा कुछ और हम चाहत नहीं करते।
❤️
लिखते हैं तुम्हें देखकर हर एक ग़ज़ल हम।
क्यों प्यार भरे मुझसे नज़ाकत नहीं करते।
❤️
वोह कोई अमल जिस से मेरा रब ना हो राजी़।
हम सिर्फ दिखावे की इ़बादत नही करते।
❤️
यह मुल्क हमारा है हम इसके निगेहबान।
हम जान दे देते हैं बगा़वत नहीं करते।
❤️
ऐ रब तू माफ कर दे गुनहगार बहुत है।
हम तेरी अ़दालत में वकालत नहीं करते।
❤️
इक पल नहीं रह पाते हैं नज़रों से दूर जो।
सगी़र वह कहते हैं मोहब्बत नहीं करते।
❤️❤️❤️❤️❤️❤️

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