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25 Feb 2022 · 1 min read

हम पंछी उन्मुक्त गगन के।

हम पंछी उन्मुक्त गगन के,
धरती पर हम जन्मे थे।
वन में हमने खाना सीखा ,
कीड़े मकोड़े पकड़ते थे।

नदियों पर से उड़ कर जाना,
अपनी मिठास भरी आवाज से गाना सुनाना।
खेतों से अन्न चुरा कर खाना ,
सबके साथ प्रेम रास रचाना।
यह सब कुछ हम करते जब तक,
मन हमारा संतुष्ट ना हो जाता।
धन्यवाद।

Language: Hindi
3 Likes · 444 Views
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