हम नही रोते परिस्थिति का रोना
हम नही रोते परिस्थिति का रोना
दुनिया भर के सामने।
इसका ये अर्थ तो नहीं कि अपने
हालात अच्छे हैं।
ये आँखे झुकी हुई है सम्मान में
बड़ों के।
इसका ये अर्थ न समझना कि हम
नासमझ और बच्चे है।
लगा लें वे आरोप भले ही कितने
हम पर।
इसका ये अर्थ नही है कि हम झूठे
और वे सच्चे है।
-विष्णु प्रसाद ‘पाँचोटिया’