हम दोनों यूं धूप में निकले ही थे,
हम दोनों यूं धूप में निकले ही थे,
यूं बातें बस छांव की हो रही थी,
मैं बस तलाशता रहा शीतल छांव,
उसने जुल्फों से मेरा चेहरा ढक दिया,
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
हम दोनों यूं धूप में निकले ही थे,
यूं बातें बस छांव की हो रही थी,
मैं बस तलाशता रहा शीतल छांव,
उसने जुल्फों से मेरा चेहरा ढक दिया,
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”