हम दिल के दीपक मिझा रहल छी
एक टा मुक्तक या मैथिली गज़ल के एक मतला एक शे’र
हम दिल के दीपक मिझा रहल छी
अहां के चिट्ठी जरा रहल छी।
अहां के आदत लगल जे हमरा
शराब पी के छोड़ा रहल छी।
दीपक झा रुद्रा ❤️🙏
एक टा मुक्तक या मैथिली गज़ल के एक मतला एक शे’र
हम दिल के दीपक मिझा रहल छी
अहां के चिट्ठी जरा रहल छी।
अहां के आदत लगल जे हमरा
शराब पी के छोड़ा रहल छी।
दीपक झा रुद्रा ❤️🙏