हम तुम
जब तुम होंगे साठ वर्ष के
और मैं पचपन की होंगी।
निकलेंगे फिर वर्ल्ड टूर को,
हम तुम दोनों ही अकेले।
ना होगी फिर बच्चों की जिम्मेदारी।
देखेंगे फिर ये दुनिया सारी।।
साथ मे होंगे कुछ गर्म कपड़े
तो होगी कुछ दवा भी हमारी।।
होगा प्यार ही प्यार फिर दोनों में
ना होगी कोई तना तनी हमारी।
घूमेंगे बाहों में बाह डालकर।
लेनी है बहुत सारी सेल्फी तुम्हारी।।
संध्या चतुर्वेदी
मथुरा, उप