हम तुम्हें पढ़ते हैं; दैनिक अखबार की तरह
हम तुम्हें पढ़ते हैं; दैनिक अखबार की तरह,
हम तुम्हें अपना मानते हैं; सरताज़ की तरह।
एक बार कदम रख दो; हमारे निकेतन में,
हम; तुम्हें चाहेंगे बेगम मुमताज की तरह।।
हम तुम्हें पढ़ते हैं; दैनिक अखबार की तरह,
हम तुम्हें अपना मानते हैं; सरताज़ की तरह।
एक बार कदम रख दो; हमारे निकेतन में,
हम; तुम्हें चाहेंगे बेगम मुमताज की तरह।।