Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2021 · 1 min read

“ हम तुम्हें कहते रहेंगे “

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
=================
तुम सुनो या ना सुनो ,
हम तुम्हें कहते रहेंगे !
तुम पढ़ो या ना पढ़ो ,
हम सदा लिखते रहेंगे !!
हमें नहीं है गम कोई ,
कितने लोग साथ हैं !
जिसे लगे हम हैं भले ,
वोही सदा ही साथ हैं !
तुम चलो या ना चलो ,
हम सदा आवाज देंगे !
तुम सुनो या ना सुनो ,
हम तुम्हें कहते रहेंगे !!
जुल्म के खिलाफ में ही ,
हम सदा चलते रहेंगे !
झूठी नीतिओं की हम तो ,
आलोचना ही करते रहेंगे !!
तुम जगो या ना जगो ,
हम तुम्हें जगाते रहेंगे !
तुम सुनो या ना सुनो ,
हम तुम्हें कहते रहेंगे !!
है अंधेरा घना दूर मंजिल ,
हम अकेले चल रहे !
जो चले हैं साथ मेरे ,
स्वागत उसे कर रहे !!
तुम रहो या ना रहो ,
कारवाँ यूँ चलते रहेगें !
तुम सुनो या ना सुनो ,
हम तुम्हें कहते रहेंगे !!
==================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हैल्थ क्लीनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नदी किनारे
नदी किनारे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
..
..
*प्रणय प्रभात*
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
Kavita Chouhan
वोट डालने जाएंगे
वोट डालने जाएंगे
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
अबस ही डर रहा था अब तलक मैं
Neeraj Naveed
करवाचौथ
करवाचौथ
Surinder blackpen
एक सच और सोच
एक सच और सोच
Neeraj Agarwal
वर्तमान के युवा और युवतियां महज शारीरिक आकर्षण का शिकार हो र
वर्तमान के युवा और युवतियां महज शारीरिक आकर्षण का शिकार हो र
Rj Anand Prajapati
*आया पूरब से अरुण ,पिघला जैसे स्वर्ण (कुंडलिया)*
*आया पूरब से अरुण ,पिघला जैसे स्वर्ण (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
★किसान ए हिंदुस्तान★
★किसान ए हिंदुस्तान★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
*** लहरों के संग....! ***
*** लहरों के संग....! ***
VEDANTA PATEL
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
PRATIK JANGID
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
रुपेश कुमार
"सादगी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/57.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
"साधक के गुण"
Yogendra Chaturwedi
सच को खोना नहीं  ,
सच को खोना नहीं ,
Dr.sima
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
Harminder Kaur
कैसा
कैसा
Ajay Mishra
हिन्दी हाइकु- शुभ दिपावली
हिन्दी हाइकु- शुभ दिपावली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं।
सजी कैसी अवध नगरी, सुसंगत दीप पाँतें हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
देवर्षि नारद जी
देवर्षि नारद जी
Ramji Tiwari
बाबा केदारनाथ जी
बाबा केदारनाथ जी
Bodhisatva kastooriya
जब अकेला निकल गया मैं दुनियादारी देखने,
जब अकेला निकल गया मैं दुनियादारी देखने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अंतहीन प्रश्न
अंतहीन प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
अगर हम कोई भी काम जागरूकता के साथ करेंगे तो हमें निराशा नहीं
Ravikesh Jha
मातु शारदे वंदना
मातु शारदे वंदना
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मां
मां
Slok maurya "umang"
Loading...