हम जीएंगे
हर चोट खाकर भी
हर ज़ख्म लेकर भी!
हम जीएंगे,ऐ दिल
हर दर्द सहकर भी!!
मजबूरों के लिए
मजलूमों के लिए!
हम जीएंगे,ऐ दिल
मासूमों के लिए!!
#हल्ला_बोल #बहुजन_शायर #कविता #छात्र
हर चोट खाकर भी
हर ज़ख्म लेकर भी!
हम जीएंगे,ऐ दिल
हर दर्द सहकर भी!!
मजबूरों के लिए
मजलूमों के लिए!
हम जीएंगे,ऐ दिल
मासूमों के लिए!!
#हल्ला_बोल #बहुजन_शायर #कविता #छात्र