हम जंगल की चिड़िया हैं
हम जंगल की चिड़िया हैं
शोर मचाकर लोगो को जगाते हैं
उलगुलान की मशालें जलाते हैं
आप हमसे मधुर प्रेम गीत की उम्मीद न करें
हमें आपके कटोरी में सजायी हुई खाने की चाह नही
हम जंगलों में शिकारी का शिकार करते हैं
हमें सोने के पिंजड़े की चाहत नही
हमें हमारे पंख प्यारे लगते हैं।।