हम बच्चे ही अच्छे हैं
हम कितने भी शरारत कर ले, पर दिल के बहुत सच्चे हैं ।
इस दुनिया की समझ में , थोड़े अभी हम कच्चे हैं ।।
दीदी, अपने भाइयों पर अपना प्यार, ऐसे ही बनाए रखना ।
क्योंकि , हम कितने भी बड़े हो जाएं ,
आपके सामने तो हम बच्चे ही अच्छे हैं ।।
-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )