Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2021 · 1 min read

हम आज आखिरी रोयेंगे!

शीर्षक – हम आज आखिरी रोयेंगे!

विधा – गीत(छंदमुक्त)

परिचय – ज्ञानीचोर
शोधार्थी व कवि साहित्यकार
मु.पो. रघुनाथगढ़, सीकर राज.
मो. 9001321438

जिस ओर उठाये मुँह चल दूँगा,
कदम फिर लौट के न आयेंगे।
फासलें मिट जायेंगे साँसों के,
हम खुद से ही मिल न पायेंगे।।

प्रण आखिरी जाने से पहले,
जो शेष बचा है वो भी खोयेंगे।
पल भर की मस्ती की खातिर,
हम आज आखिरी रायेंगे।।

बचा सके न आँसू बहने से,
प्रवाह में बहते-बहते जायेंगे।
अच्छा है पीड़ा का आलम,
चोट नई-नईं खाते जायेंगे।।

अटक जाती वाणी कंठ में,
आँख-नाक बहते जायेंगे।
पल भर की मस्ती खातिर,
हम आज आखिरी रायेंगे।।

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 486 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"तलबगार"
Dr. Kishan tandon kranti
गीता ज्ञान
गीता ज्ञान
Dr.Priya Soni Khare
बदचलन (हिंदी उपन्यास)
बदचलन (हिंदी उपन्यास)
Shwet Kumar Sinha
खूबसूरती
खूबसूरती
Mangilal 713
नारी
नारी
Dr.Pratibha Prakash
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Maine Dekha Hai Apne Bachpan Ko!
Srishty Bansal
जब दिल ही उससे जा लगा..!
जब दिल ही उससे जा लगा..!
SPK Sachin Lodhi
"मां के यादों की लहर"
Krishna Manshi
तेरी आमद में पूरी जिंदगी तवाफ करु ।
तेरी आमद में पूरी जिंदगी तवाफ करु ।
Phool gufran
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
रिश्ते सालों साल चलते हैं जब तक
Sonam Puneet Dubey
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
परेशानी बहुत ज़्यादा है इस दुनिया में जीने में
परेशानी बहुत ज़्यादा है इस दुनिया में जीने में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
शीर्षक:कोई चिट्ठी लिख देते
Harminder Kaur
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
मैं तुमसे यह नहीं पूछुंगा कि------------------
gurudeenverma198
3798.💐 *पूर्णिका* 💐
3798.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्यार है नही
प्यार है नही
SHAMA PARVEEN
कोरोना चालीसा
कोरोना चालीसा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"आशा" के दोहे '
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
झरते फूल मोहब्ब्त के
झरते फूल मोहब्ब्त के
Arvina
ईश्वर
ईश्वर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
आजा माँ आजा
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
# विचार
# विचार
DrLakshman Jha Parimal
Untold
Untold
Vedha Singh
फिर से आंखों ने
फिर से आंखों ने
Dr fauzia Naseem shad
जो तुम्हारे भीतर,
जो तुम्हारे भीतर,
लक्ष्मी सिंह
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
Ajit Kumar "Karn"
अयोध्या
अयोध्या
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Loading...