हमें “स्कूल जाना है
स्कूल चले हम
पढ़ेगा जो बढ़ेगा वो, सभी को ही बताना है।
हमें “स्कूल जाना है, हमें “स्कूल जाना है ।।
हमारे हाथ में अपनी, रखी किस्मत की डोरी है।
सरे संसार में शिक्षा, बड़ी सबसे तिजोरी है।।
सुनो भैया सुनो भाभी, सुनो सबको पढ़ाना है।
हमें “स्कूल जाना है, हमें “स्कूल जाना है।।
हमारे देश के बच्चे, जमाने में रहे अच्छे।
इन्हें इतना पढ़ा डालो, नहीं बिल्कुल रहे कच्चे।।
धराकर हाथ में बस्ता, जमाने को दिखाना है।
हमें “स्कूल जाना है, हमें “स्कूल जाना है।।
वहां भोजन मिलेगा भी, वहां साथी मिलेंगे भी।
मिलेगा दूध पीने को, दिलों के दल खिलेंगे भी।।
सभी को ये बता डालो, पढ़ाई का जमाना है।
हमें “स्कूल जाना है, हमें “स्कूल जाना है।।
मिलेगी सायकल, पुस्तक सभी, गणवेश भी देंगे।
खिलौना खेलने देंगे, खुला परिवेश भी देंगे।।
मजे की बात भी होगी, मजे से दिन बिताना है।
हमें “स्कूल जाना है, हमें “स्कूल जाना है।।
पढ़ेंगे भी बढ़ेंगे भी, नये अरमां गढ़ेंगे भी।
जमीं से आसमां तक की, खड़ी सीडी चढ़ेंगे भी।।
पढ़ाकर खूब बच्चों को, कलेक्टर भी बनाना है।
हमें “स्कूल जाना है, हमें “स्कूल जाना है।।
साहेबलाल दशरिये ‘सरल’