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9 Oct 2023 · 1 min read

हमें कोयले संग हीरे मिले हैं।

हमें कोयले संग हीरे मिले हैं।
हमेशा चले इस तरह सिलसिले हैं।
भरा खूब तालाब में गाद कीचड़।
मगर खूबसूरत कमल भी खिले हैं।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०९/१०/२०२३

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