** हमारा रखवाला **
** हमारा रखवाला **
@दिनेश एल० “जैहिंद”
“जो सरजमीन की करे रखवाली
उसे रखवाला कहते हैं ।
जो अपनों के लिए मिट जाय
उसे दिलवाला कहते है ।।”
एक सिपाही वो है जो सीमा पर तनकर खड़ा है ।
एक रक्षक घर के अंदर हर झंझावात से लड़ा है ।।
एक पालक किसानी कर हमारा जीवन पाला है ।
एक ईश्वर ऊपर बैठा हम सब पे पहरा डाला है ।।
कर्मवीर, कर्मयोगी वो कार्यरत एक मतवाला है ।
निज खुशियों को तजकर पीया जिसने हाला है ।।
कर्तव्य पालक, कर्मठ कृषक बड़ा जिगरवाला है ।
कर्मवान सिपाही, पिता यह कृषक रखवाला है ।।
खुद की जान जोखिम में जो डालकर लड़ता है ।
खुद की परवा किए बिन जो हर काम करता है ।।
खुद प्यासे रहकर जग की खातिर जो मरता है ।
“जैहिंद” यहाँ उनको सबका रखवाला कहता है ।।
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दिनेश एल० “जैहिंद”
15. 03. 2018