हमारे दिल में भारत हो
न शिकवा हो शिकायत हो
मुहब्बत ही मुहब्बत हो
रहे महफूज हर बन्दा
खुदा इतनी इनायत हो
भलाई हो गरीबों की
नहीं इस पर सियासत हो
चलें सब साथ में मिलकर
नहीं कोई बगावत हो
सजायें हों गुनाहों की
नहीं कोई मुरब्बत हो
न फैलाये कोई नफरत
सभी को ये हिदायत हो
न बागी को न दागी को
सियासत की इजाजत हो
कभी ईश्वर कभी अल्लाह
सभी के घर इबादत हो
रहें घर या विदेशों में
हमारे दिल में भारत हो