हमारे तो पूजनीय भीमराव है
(शेर)- यह दुनिया कभी नहीं भूल पायेगी, बाबा भीमराव को।
सामाजिक- शिक्षा क्रांति का अग्रदूत, कहते है भीमराव को।।
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हमारे तो पूजनीय भीमराव है।
हमारे तो आदर्श भीमराव है।।
भीमराव की राह पर ही हम चलेंगे।
मार्गदर्शक हमारे तो भीमराव है।।
हमारे तो पूजनीय——————-।।
भीमराव से सभी का जीवन, रोशन हुआ।
खुशहाल हर वर्ग, भीमराव से हुआ।।
शिक्षा का अधिकार भी, दिलाया उन्होंने।
सामाजिक क्रांति का अग्रदूत, भीमराव है।।
हमारे तो पूजनीय——————-।।
सम्मान से जीने का, जो अधिकार मिला है।
अभिव्यक्ति का हमको, जो अधिकार मिला है।।
भारत का संविधान यह जो, जिसने लिखा है।
उस संविधान का निर्माता, भीमराव है।।
हमारे तो पूजनीय——————-।।
नहीं शान कम होने देंगे, भीमराव की।
नहीं मिटने देंगे हस्ती, हम भीमराव की।।
बाबा भीमराव हमेशा, अमर रहेंगे।
हम सभी के उद्धारक, भीमराव है।।
हमारे तो पूजनीय——————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)