हमारे तुम्हारे
देखे थे जो साथ साथ
जिन्दगी सफर मे हमने
वो कुछ ख्वाब तुम्हारे थे
कुछ ख्वाब हमारे थे ।
छुपा लिये थे जो हमने
जमाने की निगाहों से गुजरे
वो कुछ पल तुम्हारे थे
कुछ पल हमारे थे ।
वक्त की प्रचण्ड धारा मे
बह गये थे जो आंखों से
वो कुछ आंसू तुम्हारे थे
कुछ आंसू हमारे थे ।
सिला था दो दिलों को
प्यार की जिस बुनाई से
वो कुछ धागे तुम्हारे थे
कुछ धागे हमारे थे ।।
राज विग 28.07.2021