– हमारे खिलाफ –
– हमारे खिलाफ –
था यह सारा जहां,
यह धरती ये आसमान,
यह दुनिया ये जमाना,
यह समाज यह जातिवाद,
यह समुदाय यह कुटुंब,
यह जाति यह बिरादरी,
यह ऊच नीच का भेदभाव,
यह वर्णवाद यह रंगभेद का दाग,
दुनिया में मोहब्बत नही हो इसलिए,
यह सब थे हमारे खिलाफ,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान