Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2017 · 1 min read

हमारी अधुरी कहानी

जब थी तुम mr panchal कि रानी
तब ना था तुम्हारी आँखो मेँ ये पानी।
कितनी अच्छी थी वो कहानी
जो बन के रह गयी अब हमारी अधुरी कहानी॥

Language: Hindi
273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
We can rock together!!
We can rock together!!
Rachana
पूछो ज़रा दिल से
पूछो ज़रा दिल से
Surinder blackpen
रोशनी से तेरी वहां चांद  रूठा बैठा है
रोशनी से तेरी वहां चांद रूठा बैठा है
Virendra kumar
**जिंदगी रेत का ढेर है**
**जिंदगी रेत का ढेर है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
3157.*पूर्णिका*
3157.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
Mukta Rashmi
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
surenderpal vaidya
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
रिश्ते सभी सिमटते जा रहे है,
पूर्वार्थ
नारी
नारी
Dr Archana Gupta
"नमक का खारापन"
Dr. Kishan tandon kranti
इंसानियत
इंसानियत
Sunil Maheshwari
रामराज्य
रामराज्य
Suraj Mehra
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
समंदर में नदी की तरह ये मिलने नहीं जाता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो
वो
Sanjay ' शून्य'
नारी पुरुष
नारी पुरुष
Neeraj Agarwal
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
इंसान स्वार्थी इसलिए है क्योंकि वह बिना स्वार्थ के किसी भी क
Rj Anand Prajapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sushila joshi
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
सरिए से बनाई मोहक कलाकृतियां……..
Nasib Sabharwal
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
मुक्तक
मुक्तक
*प्रणय*
तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏
तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
बारिश मे प्रेम ❣️🌹
बारिश मे प्रेम ❣️🌹
Swara Kumari arya
*खोटा था अपना सिक्का*
*खोटा था अपना सिक्का*
Poonam Matia
सागर ने जब जब हैं  हद तोड़ी,
सागर ने जब जब हैं हद तोड़ी,
Ashwini sharma
*शिशुपाल नहीं बच पाता है, मारा निश्चित रह जाता है (राधेश्याम
*शिशुपाल नहीं बच पाता है, मारा निश्चित रह जाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
थोड़ी देर पहले घुसे कीड़े का,
थोड़ी देर पहले घुसे कीड़े का,
Ranjeet kumar patre
Loading...