Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2021 · 2 min read

” हमारा पैतरा ( व्यंग )

” आखिर कब तक हम बंदरों की तरह गुलटियाँ मारते रहेंगे ? उम्र का तकाजा है मेरे दोस्त ! 69 के दहलीज को पार कर के 70 में प्रवेश करने वाले हैं ” !

हमारे करीब ही बैठे एक मित्र ने कहा —

” जनाब ज़रा धर्मेन्द्र और अभिताभ को देख लें ..अभी तो उनके करीब भी ना आप पहुँच पाए हैं !”

एक दूसरे मित्र ने भी उसका समर्थन करते हुए कहा ,–

” और क्या हड्डियाँ ही तो कमजोर हुईं हैं ..दूर दृष्टि भले कमजोर हो गयी हो ..दाँत नहीं हो ..सर के बचे -खुचे बाल सफेद हो गएँ हों तो क्या ? सबका समाधान आधुनिक युग व्याप्त है !”

आज हमें मुफ्त की सलाह मिल रही थी ! संजय देश विदेश से घूम कर आया था ! उसके अनुभव हमारे काम आने लगे ! उसने भी लगे हाथों हमें नुस्खा बता दिया ,—

” अरे ! एक कमर की पट्टी आती है .कमर में बांधे रहो और कैल्शियम का टॉनिक नियमित लेते रहो ! दूर दृष्टि के लिए नेत्र चिकित्सक से दोनों आखों में लेंस लगबा लो ! डेंटिस्ट से कृतिम दान्तें लगबा लो और बालों के लिए रंग रोगन और शीर्षासन किया करो ! जवानी लौट के आ जाएगी “!

यह दिव्य ज्ञान का असर हमारे अंग अंग में होने लगा !

इसके अलावे लोगों ने कहा ,—-

“एक मोबाइल लो ,….लैपटॉप लो …और …..नयी विधाओं को सीखो ..जमाना बदल रहा है ! फेसबुक को खोलो ..व्हात्सप्प चलाओ ,….विडिओ कॉल करना सीखो !”

इन सुझाबों को भी हमने गले लगाया ! कभी किसी से पूछते थे कभी किसी से पूछते थे ! सबों ने हमें जमके सहयोग किया !और हम एक सफल नौजवान सिध्य होने लगे !

सोशल मीडिया में हमें भी एक चाह जागने लगी कि हम लाइव आने लगें ! हमें भी सब अपनी तालिओं से हौसला अफज़ाई करें ! तरह- तरह के कमेंट और टिप्पणी से हमारा स्वागत करें ! पता नहीं हमने लाखों लाइव प्रस्तुति फेसबुक के रंग मंच पर कर डाले पर टिप्पणी और कमेंट की बात तो दूर रही किसीने लाइक तक नहीं किया !

संजय ने गंभीरता पूर्वक हमें एक पते की बात बताईं ,—-

” जब तुम पूंछ रहे हो तो हम निःसकोच तुम्हे बता रहे हैं !

लाइव प्रस्तुति के प्रारंभ में तुम नाटक करने लगते हो !

कभी अपने कमीज को ठीक करते हो तो

कभी अपने बालों को संबारते हो .

अपने चश्मा को ठीक करते हो ..

अपनी भंगिमा के पैतरे में समय बर्बाद कर देते हो .

यह रामलीला नहीं है मेरे दोस्त !

यह जमाना एक्शन का है!

हम तो सोचते हैं कि कितनों ने तो तुम्हे अन फॉलो कर दिया होगा और बहुत सारे तो फ्रेंड लिस्ट से निकल चुके होंगे “!

अब हमें एहसास हुआ कि हम सब चीजों में आगे बढ़ गए पर लाइव प्रस्तुति में हम पीछे रह गए !

==========================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 578 Views

You may also like these posts

माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
पूर्वार्थ
कर शरारत इश्क़ में जादू चलाया आपने ।
कर शरारत इश्क़ में जादू चलाया आपने ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
रमेशराज के पशु-पक्षियों से सम्बधित बाल-गीत
रमेशराज के पशु-पक्षियों से सम्बधित बाल-गीत
कवि रमेशराज
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
रिश्ते नातों के बोझ को उठाए फिरता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
जो गुज़र गया
जो गुज़र गया
Dr fauzia Naseem shad
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
Dushyant Kumar
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
Suryakant Dwivedi
4198💐 *पूर्णिका* 💐
4198💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*(गीता जयंती महोत्सव)* *श्रीमद्भगवद्गीता,गौमाता और भारतीय जनमानस की समस्याएं*
*(गीता जयंती महोत्सव)* *श्रीमद्भगवद्गीता,गौमाता और भारतीय जनमानस की समस्याएं*
Acharya Shilak Ram
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
Sampada
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
मार्ग ढूंढने निकले थे रास्ते में एक मोड़ आया
Sonam Puneet Dubey
" घड़ी "
Dr. Kishan tandon kranti
तन्हा
तन्हा
Shyam Sundar Subramanian
लोकतंत्र का मंदिर
लोकतंत्र का मंदिर
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
..
..
*प्रणय*
मानवता
मानवता
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
हल
हल
Ragini Kumari
प्रकृति - विकास (कविता) 11.06 .19 kaweeshwar
प्रकृति - विकास (कविता) 11.06 .19 kaweeshwar
jayanth kaweeshwar
✨मुस्कुराना आसान होता है पर मुस्कुराहट के पीछे का राज जानना
✨मुस्कुराना आसान होता है पर मुस्कुराहट के पीछे का राज जानना
Aisha mohan
जिसकी विरासत हिरासत में है,
जिसकी विरासत हिरासत में है,
Sanjay ' शून्य'
एक सच
एक सच
Neeraj Agarwal
प्यार हुआ तो कैसे
प्यार हुआ तो कैसे
Mamta Rani
*आत्म-विश्वास*
*आत्म-विश्वास*
Vaishaligoel
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
ब्यूटी विद ब्रेन
ब्यूटी विद ब्रेन
Shekhar Chandra Mitra
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
Sunil Suman
पूछी मैंने साँझ से,
पूछी मैंने साँझ से,
sushil sarna
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
*आर्य समाज को 'अल्लाहरक्खा रहमतुल्लाह सोने वाला' का सर्वोपरि
*आर्य समाज को 'अल्लाहरक्खा रहमतुल्लाह सोने वाला' का सर्वोपरि
Ravi Prakash
Loading...