हमारा नेता कैसा हो
हमारा नेता सरल स्वभाव
सहज उपलब्ध, ईमानदार हो
जन कल्याण को समर्पित हो
सर्वधर्म समभाव का पुजारी हो।
जनता का हितैषी हो
राष्ट्र, समाज का शुभेच्छु हो,
जाति धर्म के बजाय
मानवता का पोषक हो,
ईर्ष्या, द्वेष से दूर रहे
गरीब, असहायों का कल्याण करे।
सरकारी योजनाओं का लाभ
पात्र व्यक्तियों को दिलाये,
सबके दुःख सुख में साथ दे
अमीर, गरीब, ऊंच या नीच हो
सबसे समान व्यवहार करे
न्याय प्रियता का पोषक हो।
अपनी जनता को परिवार माने
नेता बन कर गुम न हो जाय
सरकारी धन से अपनी तिजोरी न भरे
सरकारी योजनाओं को ईमानदारी से होने दे,
उसमें लीपापोती न करे।
अच्छा है नेता बनकर भी
नेता नहीं एक अच्छा इंसान हो,
खुद को भगवान समझने के बजाय
जनता का सच्चा प्रतिनिधि हो
नेता हमारा ऐसा हो
जिस पर हमें गर्व हो
जिसकी नजीर देकर
हमें गौरव का अहसास हो।
सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश