हमसफर की तलाश
जहाँ सब प्रीत मे खोये है
साथ, साथी का संजोये है
मै अकेला तन्हा यहाँ
अपने हमनवा की राहें जौहें है।
राहो की कहानी मे हर दफ़ा एक नया मोड़ है।
सागर के पानी मे नदियों का जोड़ है।
आज जब बस जवॉ दिलों का दौर है।
तब अख्श मेरा ठुकराय मुझे
मुझे कह दे, की तू कोई और है।
ये लम्हें बेकरारियो के, जैसे रूह मेरा किसी अंगार् में है।
तड़प कर चीखे लगाये, ये एक पुकार मे है।
हमने मधुर मिलन की कही है सुनी
बस इसलिये मेरा सब कुछ,
एक प्रीत के इन्तज़ार में है।