हमको खिलौना बना दिया
चुप रहना चाहा, चुप रहना सका
ऐसा कोई काम नहीं जो ना हमने किया
इस जमाने ने-३ हमको खिलौना बना दिया
चुप रहते थे तो लोग गुंगा कहते थे
अनपढ़ गंवार कहके हमको बुलाते थे
जिस दिन से बोलना शुरू हमने किया
उसी दिन से-३ लोगों ने हमें नेता बना दिया
ऐसा कोई काम नहीं जो ना हमने किया
इस जमाने ने-३ हमको खिलौना बना दिया
जब हम ईमानदारी से काम किया करते थे
तब हमें लोग बेरोजगार कहा किया करते थे
जिस दिन से हमने दो का चार लेना शुरू किया
उसी दिन से-३ लोगों ने हमें बेईमान बना दिया
ऐसा कोई काम नहीं जो ना हमने किया
इस जमाने ने-३ हमको खिलौना बना दिया
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✍️जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया (बिहार)