Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jul 2024 · 1 min read

*हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छं

हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे (राधेश्यामी छंद)
_________________________
हनुमान वीर को याद करो, जो गदा साथ ले चलते थे
वह चक्र-सुदर्शन याद करो, जिससे संकट सब टलते थे
जब बाण राम का चलता था, थर्राता था अत्याचारी
भारत के भाग्य-विधाता हैं, सच पूछो तो आयुधधारी

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
.
.
Shwet Kumar Sinha
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
नींद आज नाराज हो गई,
नींद आज नाराज हो गई,
Vindhya Prakash Mishra
3459🌷 *पूर्णिका* 🌷
3459🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
अमृतकलश
अमृतकलश
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
Manisha Manjari
* बातें मन की *
* बातें मन की *
surenderpal vaidya
काश तुम ये जान पाते...
काश तुम ये जान पाते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
अंतर्मन विवशता के भवर में है फसा
अंतर्मन विवशता के भवर में है फसा
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
पूर्वार्थ
நீ இல்லை
நீ இல்லை
Otteri Selvakumar
"रुपया"
Dr. Kishan tandon kranti
दोस्तों
दोस्तों
Sunil Maheshwari
Kavita
Kavita
shahab uddin shah kannauji
कहमुकरी (मुकरिया) छंद विधान (सउदाहरण)
कहमुकरी (मुकरिया) छंद विधान (सउदाहरण)
Subhash Singhai
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम
जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम
Dr Tabassum Jahan
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
तीन बुंदेली दोहा- #किवरिया / #किवरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खत और समंवय
खत और समंवय
Mahender Singh
भाई-बहिन का प्यार
भाई-बहिन का प्यार
Surya Barman
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
Neelofar Khan
जीवन की बगिया में
जीवन की बगिया में
Seema gupta,Alwar
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
गीत, मेरे गांव के पनघट पर
Mohan Pandey
यूं बातें भी ज़रा सी क्या बिगड़ गई,
यूं बातें भी ज़रा सी क्या बिगड़ गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*जनता को कर नमस्कार, जेलों में जाते नेताजी(हिंदी गजल/ गीतिका
*जनता को कर नमस्कार, जेलों में जाते नेताजी(हिंदी गजल/ गीतिका
Ravi Prakash
आज की नारी
आज की नारी
Shriyansh Gupta
■ अब सब समझदार हैं मितरों!!
■ अब सब समझदार हैं मितरों!!
*प्रणय प्रभात*
दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए
दुनिया को ऐंसी कलम चाहिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धारण कर सत् कोयल के गुण
धारण कर सत् कोयल के गुण
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...