हनुमान कूद
दुश्मन को देखकर
भागने से पहले
हिरण एक लम्बी छलांग क्यों लगाती है ?
इसलिए, हाँ शायद इसलिए,
दुश्मन को आभास हो जाय
शावक ने उसे देख लिया है
और वह
व्यर्थ की दौड़ से बच जाय.
मनुज !
तुम क्यों छलांग लगा रहे हो ?
इसलिए, हाँ शायद इसलिए,
तुम्हे भारी ओहदा मिल जाय
एक ही छलांग में
और तुम्हे व्यर्थ मेहनत न करनी पड़े
पर यह हनुमान कूद होगी
और तुम खड़े हो जावोगे
बेरोजगारी की लम्बी कतार में.
शिखर पर पहुंचने के लिए
एक छलांग काफी नहीं
कदम- दर- कदम
बढ़ाते चलो
और एक दिन
शिखर पर होंगे
तुम्हारे कदम .