हथौड़ा ओर चाभी (नए अंदाज में)
हथौड़ा और चाबी
शहर में बड़ी- बड़ी दुकानों के सामने एक छोटी सी जगह पर जमीन पर बैठा एक व्यक्ति चाबियाँ बेचा करता था। वह नित्य 5 से 10 चाबियाँ बनाकर बेचता था परंतु कभी-कभी उसके पास इस तरह के लोग भी आते जो उसको ताले को तोड़ने का आग्रह करते क्योंकि उनकी चाबी उनके ताले पर सही से नहीं लग पाती और वह पुरानी चाबी ताला नहीं खोल पाती।
तब दुकान में रखी एक चाबी नहीं सोचा कि ऐसा क्यों है कि इस व्यक्ति के घर का ताला तोड़ने की नौबत आ गई ?? क्या इसके घर में रखी हुई चाबी काम नहीं करती ??
वह व्यक्ति अपनी पुरानी चाबी जल्दी-जल्दी में वही छोड़ कर चला गया था। चाबी वाले नहीं हथौड़ा उठाया और उसके साथ उसके घर का ताला तोड़ने चला गया। तब उस चाबी ने दूसरी चाबी से कहा कि जब कोई व्यक्ति आपकी संभाल अच्छे से नहीं करता। उसको इधर-उधर फेंक देता है तो वह चीज टेढ़ी हो जाती है।
तब ऐसी व्यक्ति को सबक सिखाने के लिए, उसे अपनी गलती का एहसास करवाने के लिए यह सब करना भी आवश्यक है।
शिक्षा- हमें इस कहानी यह शिक्षा मिलती है कि जब आपके नम्र व्यवहार
का दूसरा व्यक्ति फायदा उठाना शुरू कर दे तो उसको सबक सिखाना आवश्यक हो जाता है।