हत्यारे जुटा लेते हैं हथियार
हत्यारे जुटा लेते हैं हथियार
और खोज निकालते है वो जगह
जहां छुपाया जा सके
हत्या के बाद खून लगा हथियार
इतिहास गवाह है हत्यारों ने चुना है
सफेद परदे को
अपने अपराध पे पर्दे दारी के लिए
श्वेत कबूतरों के हाथों में होती है
उनके बेगुनाही के सबूत
हत्यारे हत्या करते हैं
विभिन्न तरह के अपराध को देते हैं अंजाम
वो खुद मोहरे हुआ करते हैं “सफेद कबूतरों” के
क्यूं कि सफेद कबूतर जानते हैं
“दाग अच्छे नहीं होते”
खुद को बेदाग दिखाने के लिए
वो और हत्या करवाते है
कई बार हत्यारों की भी हत्या करवाते हैं
बेगुनाहों की झोली हमेशा खाली होती है
नहीं मिलता उन्हें अपनी बेगुनाही का सबूत
बेगुनाहों को बस मिला करता
काली, शीत युक्त अंधेरी कोठरी
लोहे के दरवाजों के पीछे …
बेगुनाहों को नहीं मिलता सबूत…
~ सिद्धार्थ