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10 Mar 2024 · 1 min read

हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।

हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
सिखलाती उनको सबक, कुदरत कान उमेठ।।

© सीमा अग्रवाल

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